गाज़ियाबाद। जिले में आरटीई के दाखिले जिला प्रशासन, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और पुलिस प्रशासन के लिए गले की फांस बनते नजर आ रहे है। 5 अगस्त को गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन द्वारा आरटीई के दाखिलों को लेकर शिक्षा अधिकारियो की लंबे समय से उदासीनता के कारण जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर तालाबंदी की गई जिसके बाद बीएसए द्वारा संस्था के पदाधिकारियों पर मुकदमा भी दर्ज कराया गया, लेकिन उसके बाद भी जीपीए के हौसले बुलंद है और वो आरटीई के दाखिले कराने के प्रयासों में कोई कसर नही छोड़ रही। इसी कड़ी में मुकदमा दर्ज होने की परवाहा किए बगैर जब जीपीए और अभिभावक आरटीई के दाखिलों की जानकारी लेने बीएसए कार्यालय पहुंचे तो उससे पहले ही कार्यालय पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया और अभिभावकों को अंदर जाने से रोकने का प्रयास किया गया। जीपीए की टीम और अभिभावक शिक्षा अधिकारियो से वार्ता करने के लिए अड़ रहे जिसके बाद पुलिस प्रशासन द्वारा कार्यालय में वार्ता की गई तो पता चला की बीएसए लखनऊ गए हुए है।
तत्पश्चात अभिभावकों से वार्ता करने के लिए शहर जोन के खंड शिक्षा अधिकारी आए लेकिन उनके पास भी कोई संतुष्टिपूर्ण ज़बाब नही था लगभग एक घंटे तक आरटीई के दाखिलों को लेकर अभिभावकों , पुलिस प्रशासन और शिक्षा अधिकारियो के बीच रस्सा कसी चलती रही। जिसके बाद गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन द्वारा चेतावनी दी गई की अगर 7 दिन के अंदर आरटीई के दाखिले नही दिए गए तो अभिभावक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना देने के लिए विवश होंगे और उसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की होगी।
इस मौके पर अनिल सिंह, कौशलेंद्र सिंह, साधना सिंह, नीलम कुमारी, ज्योति , नवीन राठौर , पुष्कर नेगी , नरेश कुमार, जसवीर रावत, मनीष कुमार, विवेक त्यागी आदि शामिल रहे।