
गाज़ियाबाद। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर और शिव शक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने एक वीडियो जारी कर कहा कि उनके शिष्य छोटे नरसिंहानंद अनिल यादव को बिना किसी अपराध के जबरन जेल भेजा गया और उनकी हिस्ट्रीशीट गलत तरीके से खोली गई। उन्होंने इसे अनिल यादव की हत्या की साजिश का हिस्सा बताया।
उन्होंने कहा, “हमने अधिकारियों से बार-बार पूछा कि अनिल यादव ने ऐसा कौन सा अपराध किया, जिसके कारण उनकी हिस्ट्रीशीट खोली गई, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इस संबंध में मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखा गया, परंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब हमारे पास एकमात्र रास्ता बचा है कि हम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से मिलकर सारे तथ्य प्रस्तुत करें और हिस्ट्रीशीट रद्द करवाएं। यदि मुख्यमंत्री जी भी हमारी बात नहीं सुनते, तो हमें मजबूरन व्यवस्था से टकराना पड़ेगा। इस मामले में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।”
यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने स्पष्ट किया कि वह टकराव नहीं चाहते, लेकिन अपने शिष्यों को यूं ही मरने के लिए भी नहीं छोड़ सकते। उन्होंने कहा, “यदि मरना ही है, तो मैं अपने शिष्यों के साथ मरना पसंद करूंगा।” उन्होंने बताया कि टकराव टालने के लिए वह सोमवार, 16 जून 2025 को सांय 6-30 गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट में पुलिस कमिश्नर जे. रविंद्र गौड़ से मुलाकात करेंगे और अपना पक्ष रखेंगे। उन्होंने पुलिस कमिश्नर से अनुरोध किया कि छोटे नरसिंहानंद अनिल यादव के खिलाफ साजिश के तहत खोली गई हिस्ट्रीशीट को रद्द किया जाए।
उन्होंने कहा, “यह सम्मान का प्रश्न है। पुलिस का कर्तव्य न्याय करना है। हम चाहते हैं कि पुलिस गलत तरीके से खोली गई हिस्ट्रीशीट को रद्द करे।” उन्होंने हिंदुओं को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि व्यवस्था उन्हें कुचलती है, तो यह हिंदुओं के लिए खतरनाक संकेत होगा। उन्होंने कहा, “यदि व्यवस्था मुझे कुचल सकती है, तो सामान्य हिंदुओं के साथ क्या करेगी, यह विचारणीय है। क्रूर व्यवस्था से कोई नेता आपको नहीं बचा सकता। मैं हिंदुओं और क्रूरता के बीच खड़ा हूं, लेकिन यदि व्यवस्था मुझे कुचल देती है, तो हिंदुओं को कुचलने में उसे जरा भी देर नहीं लगेगी।”
इस अवसर पर छोटे नरसिंहानंद अनिल यादव और मोहित बजरंगी उनके साथ उपस्थित थे।