
साहिबाबाद, 9 फरवरी। मात्र 8 वर्ष की उम्र में अपनी अद्भुत प्रतिभा से लोगों को चौंकाने वाली लावण्या ने एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है। उन्होंने चैटिन्या टेक्नो स्कूल, साहिबाबाद से स्नातक की डिग्री प्राप्त कर ली है। इससे पहले, दिसंबर 2023 में, उन्होंने अबेकस में ग्रेजुएशन पूरा कर लिया था, जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि थी।
गणित की मास्टर- सेकंडों में हल कर देती हैं कठिन गणनाएं
लावण्या अबेकस में इतनी निपुण हैं कि वह 1 से 100 तक की 30 पंक्तियों वाली टेबल बुक लिख चुकी हैं। उनकी इस उपलब्धि ने उन्हें सबसे कम उम्र की पुस्तक लेखिका का विश्व रिकॉर्ड दिलाया है। वह बैकवर्ड और फॉरवर्ड टेबल्स सेकंडों में सुना सकती हैं और कठिन गणितीय गणनाओं को चुटकियों में हल कर लेती हैं। उनकी इस प्रतिभा को तराशने में उनकी अबेकस टीचर स्वाति मित्तल का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
कराटे में भी दिखाया दम, जीता गोल्ड मेडल
22 दिसंबर 2024 को मेरठ रोड स्थित आर.के.जी.आई.टी कॉलेज में आयोजित ओपन ऑल इंडिया कराटे चैंपियनशिप में लावण्या ने गोल्ड मेडल जीतकर अपना दबदबा कायम रखा। यह प्रतियोगिता राजीव मुदेंवाल और विजय कौशिक (कराटे वेलफेयर सोसाइटी) द्वारा आयोजित की गई थी और इसमें सभी खिलाड़ियों को निःशुल्क भाग लेने का मौका मिला था।
ड्राइंग और अंग्रेज़ी हस्तलेखन में भी हासिल की ट्रॉफी
लावण्या सिर्फ गणित और कराटे में ही नहीं, बल्कि ड्राइंग और हैंडराइटिंग में भी माहिर हैं। उन्होंने लाइव नेशनल ड्राइंग कॉन्टेस्ट में शानदार प्रदर्शन कर ट्रॉफी जीती। इसके अलावा, राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उन्होंने अपनी विशेष कराटे चालों और अंग्रेजी हस्तलेखन में उत्कृष्टता के लिए भी ट्रॉफी अपने नाम की।
इतनी कम उम्र में इतनी बड़ी उपलब्धियां
दिसंबर 2024 लावण्या के लिए उपलब्धियों भरा महीना रहा। इतनी कम उम्र में गणित, कराटे, ड्राइंग और हैंडराइटिंग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा साबित कर उन्होंने देशभर में अपनी अलग पहचान बना ली है। उनकी इन उपलब्धियों से न सिर्फ उनके माता-पिता बल्कि पूरे भारत को उन पर गर्व है।
