नजफगढ़/नई दिल्ली। पंडवाला स्थित श्री हंस नगर आश्रम में श्री सुयश जी महाराज के जन्मदिन के भव्य समारोह के साथ हर साल भारत के स्वतंत्रता दिवस को और अधिक विशेष बनाया जाता है। इस वर्ष पहली बार सुयश जी की पुत्री गौरीता जी की उपस्थिति से समारोह का उत्साह और बढ़ गया। समारोह में उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री व सुविख्यात समाजसेवी श्री सतपाल जी महाराज ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण किया।
समारोह में श्री महाराज जी ने अपने संबोधन में कहा कि जिस तरह हवाई जहाजों और नावों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए समन्वय की आवश्यकता होती है,उसी प्रकार समाज में भी समन्वय की अत्यंत आवश्यकता होती है । उन्होंने कहा कि शास्त्रों में मनुष्यों को महान संतों द्वारा बताए गए मार्ग का पालन करने की सलाह दी गई है। क्योंकि वे मनुष्य जीवन में उच्चतम मूल्यों को विकसित करने में मदद करते हैं, जो सच्चाई की ओर ले जाते हैं।
अपने संदेश में श्री विभु जी महाराज ने सलाह दी कि जीवन में संतुलन बनाए रखने और निराशाओं से बचने के लिए अपेक्षाओं को सीमित करने और हृदय की शुद्धता बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए।
माता श्री अमृता जी ने सभी को श्री गुरुमहाराज जी के बताये मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। श्री माता जी और श्री मोहिना जी ने कहा कि श्री सुयश जी जिस प्रकार अपने पिता के कर्तव्यों को अच्छी तरह निभा रहे हैं उसी प्रकार अन्य पिताओं को भी अपने बच्चों के पालन-पोषण में समान रूप से योगदान देने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।