दिल्ली। एक जाँबाज इंसान जो अनेकों लोगो की प्रेरणा स्रोत है- मैं उपदेश रघुवंशी बात कर रहा हू भारत सरकार के पूर्व उपसचिव व भाजपा के नेता व प्रसिद्ध लेखक बसंत कुमार जी की जो उपसचिव पद से स्वैक्षिक सेवा निर्वित्ति लेकर वर्ष 2009 में भाजपा की सदस्यता इस उम्मीद में ली की सांसद या विधायक बन कर अपनी जन्म भूमि जौनपुर का विकास कर सकें पर भाजपा में टिकट की कई प्रयासों के बावजूद वे असफल रहे। श्री कलराज मिश्र जैसे वरिष्ठ नेता का सानिध्य होने के बावजूद उन्हे आजतक टिकट नही मिला, पर उन्होंने अपने स्वैक्षिक सेवा निर्वित्ति के फैसले पर पछताने के बजाय एक पहल नामक N.G.O के राष्ट्रीय महासचिव बने और वंचितो गरीबों, बिमारो के कल्याण हेतु काम करने लगे और किताबो के लेखन एवं अखबारों मे स्तंभ लिखने में स्वंम को व्यस्त रखने लगे। और सांसद विधायक न होते हुए भी अपने गृह क्षेत्र के लोगो की सेवा करते रहे, आज भी जौनपुर (मछली शहर) के लोगो की कोई भी समस्या होती तो उन्हे याद करते हैं।
पर वर्ष 2019-20 उनके जीवन में तूफान लेकर आया जिसमें उन्हे पैर मे गैंगरिन हो गया, साथ ही हार्ट अटैक हो गया जिसकी वजह से उनका बायां पैर कटवाना पड़ा, और हार्ट में पेसमेकर लगा व एंजियो प्लास्टि हुई और उनकी जिन्दगी 4×8 के बेड पर सीमित हो गयी पर हार मानने के बजाय उन्होंने बिस्तर पर पड़े पड़े राष्ट्रीय स्वंम सेवक संघ के सह सर कार्यवाह डा कृष्ण गोपाल जी की प्रेरणा से आंबेडकर और राष्ट्रवाद लिखा और कृतिम पैर लगने के बाद प्रभात प्रकाशन से कांस्टिट्यूशन क्लब मे प्रकाशित करवाया। बसंत कुमार जी ने अपने जीवन में विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए सफलता की एक अद्वितीय मिसाल पेश की है। एक पैर खोने के बावजूद, वे 66 वर्ष की उम्र में भी प्रतिदिन सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक कार्यरत रहते हैं। उनका योगदान न सिर्फ साहित्य में बल्कि समाज सेवा में भी सराहनीय है।
–लेखक श्री बसंत कुमार जी द्वारा लिखी गयी किताबे है-
1- ‘राष्ट्रवादी कर्मयोगी‘
2- ‘हिंदुत्व एक जीवन शैली‘
3- ‘युवाओ के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद‘
4- ‘एकात्म मानववाद भाजपा का संकल्प‘
5- ‘भारत मे उदायमिता‘
6- ‘आंबेडकर और राष्ट्रवाद‘
7- ‘Ambedkar And Nationalism‘
8- ‘आंबेडकर के सपनो का भारत‘
डॉ. बिंदेश्वर पाठक की प्रेरणा से लिखी पुस्तक “आंबेडकर के सपनों का भारत” का लोकार्पण भाजपा के नेताओं द्वारा किया गया। बसंत कुमार जी अपने लेखन और सेवा कार्यों के जरिए समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास कर रहे हैं। उनके संघर्ष और समर्पण से प्रेरणा लेते हुए प्रधानमंत्री से भी आग्रह किया है, कि उनकी प्रतिभा का देश हित में उपयोग किया जाए।