फरीदाबाद (मनीष गोयल)। मेट्रो हार्ट इंस्टिट्यूट फरीदाबाद के सीसीयू इंचार्ज डा. जैनेन्द्र खास का कहना है कि समय रहते पता लगने पर पल्मोनरी एम्बोलिज्म का इलाज संभव है।
उन्होंने बताया कि पल्मोनरी एम्बोलिज्म – फेफड़ों को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनी में अवरोध पैदा हो जाता है, जो आमतौर पर रक्त के थक्के के कारण होता है। यह अवरोध रक्त के ऑक्सीकरण को बाधित करता है और हृदय को नुकसान पहुंचा सकता है। अर्थात यह जीवन के लिए खतरा बन सकता है। प्रतिबंधित रक्त के प्रवाह से रक्त में ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है जिससे अन्य अंगों पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
उन्होंने बताया कि पीई के लिए तत्काल आपातकालीन उपचार से आपके फेफड़ों को स्थायी नुकसान से बचने की संभावना काफी बढ़ जाती है। मेट्रो हार्ट इंस्टिट्यूट एंड मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में पीई का सफल उपचार उपलब्ध है।
डा जैनेन्द्र ने कहा कि अपनी जीवन शैली में थोड़ा बदलाव कर बड़ी बीमारियों से बचा सकता है। खानपान में बदलाव करें, फास्टफूड से बचें और फल, सलाद व मोटे अनाज का प्रयोग करें। प्रतिदिन व्यायाम, योग और प्राणायाम करें।