गाजियाबाद। आरडीसी, राज नगर स्थित एक रेस्टोरेंट में आयोजित प्रेस वार्ता में हनुमान सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शिव चौधरी ने गाजियाबाद इंग्राम इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य सहित 9 अध्यापकों की शैक्षिक योग्यताओं की संदेहात्मक जांच के संदर्भ में शिक्षा विभाग पर सख्त कार्रवाई की मांग उठाई। उन्होंने आगे कहा कि यह जांच संयुक्त शिक्षा निदेशक प्रथम मंडल मेरठ द्वारा सह जिला विद्यालय निरीक्षक गाजियाबाद द्वारा 9 दिसंबर 2022 को पूरी की गई थी। जांच में यह खुलासा हुआ कि प्रधानाचार्य सहित अन्य शिक्षकों की शैक्षिक योग्यताएं संदेह के घेरे में हैं और प्रधानाचार्य छात्रों के साथ द्वेषपूर्ण व्यवहार करते हैं। जांच आख्या में यह स्पष्ट रूप से दर्शाया गया है कि विद्यालय की प्रबंधन समिति के खिलाफ उत्तर प्रदेश शिक्षा अधिनियम 1921 और वेतन वितरण अधिनियम 1971 के तहत कार्यवाही किया जाना उचित होगा। वर्तमान में विद्यालय का शैक्षिक वातावरण अस्थिर है, और छात्रहित को ध्यान में रखते हुए ठोस कदम उठाने की अत्यधिक आवश्यकता है।
इस मामले की शिकायत हनुमान सेना द्वारा गाजियाबाद पुलिस में भी IGRS के माध्यम से दर्ज की गई थी। जांच में पुलिस उपायुक्त नगर कमिश्नरेट गाजियाबाद और उपनिरीक्षक थाना कविनगर श्री विनीत चौधरी ने भी शिक्षा विभाग के तहत कार्रवाई की सिफारिश की है। परंतु, ऐसा प्रतीत होता है कि शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी इन दोषी अध्यापकों को निजी लाभ के आधार पर संरक्षण देते आ रहे हैं। जांच को लगभग 22 महीने बीत चुके हैं, लेकिन विद्यालय प्रशासन पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। यह शिक्षा विभाग की घोर लापरवाही है, जो हजारों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
हनुमान सेना की ओर से यह मांग की जा रही है कि दोषियों की सैलरी पर तत्काल रोक लगाई जाए और जितना पैसा वेतन के रूप में प्राप्त किया गया है, उसकी वसूली की जाए। पिछले 22 महीनों में उत्तर प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन को हनुमान सेना द्वारा लगातार शिकायतें भेजी गई हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है।
हनुमान सेना ने स्पष्ट संदेश दिया है कि यदि जल्द ही दोषी अध्यापकों और उन्हें बचाने वाले जिला शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो हनुमान सेना पूरे उत्तर प्रदेश में एक बड़ा आंदोलन छेड़ेगी। इस आंदोलन की समस्त जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश सरकार की होगी।
प्रेस वार्ता में रूबी माधवाल, नीतू चौधरी, विमल गुप्ता, गोकलेश दुबे, अनिल, विमलेश भारद्वाज, नीतू भारद्वाज, जयवीर चौधरी, सतवीर शर्मा, लोकेश शर्मा सहित हनुमान सेना के समस्त पदाधिकारी उपस्थित थे।