
प्रयागराज। अखंड भारत मिशन के संस्थापक एवं वाटिका के सह-संस्थापक अश्वनी शर्मा को ISRO अध्यक्ष डॉ. वी. नारायणन एवं श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के निदेशक ए. राजाराजन ने वाटिका योजना की अपार सफलता पर बधाई दी। इसरो अध्यक्ष और श्रीहरिकोटा निदेशक ने अश्वनी शर्मा को “राष्ट्र की ऊर्जावान धरोहर” कहते हुए उनके सामाजिक एवं पर्यावरणीय योगदान की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
महाकुंभ में वाटिका योजना का ऐतिहासिक समापन
9 फरवरी को महाकुंभ प्रयागराज में वाटिका योजना का भव्य समापन हुआ। इस पहल के तहत 1 करोड़ कम्पोस्टेबल वाटर पाउच निःशुल्क वितरित किए गए, जो पर्यावरण संरक्षण और प्लास्टिक मुक्त भारत की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हुआ। महाकुंभ में आए करोड़ों श्रद्धालुओं को स्वच्छ एवं सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराकर यह योजना एक अनुकरणीय प्रयास बनी।
मार्गदर्शकों एवं सहयोगियों का सम्मान
इस अवसर पर अश्वनी शर्मा एवं उनकी टीम ने उन सभी मार्गदर्शकों एवं सहयोगियों को सम्मानित किया, जिन्होंने इस अभियान को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सम्मानित किए गए प्रमुख व्यक्तित्वों में –
✅ श्री यतीन्द्र जी (सह-संगठन मंत्री, राष्ट्रीय विद्या भारती)
✅ डॉ. श्री मनोहर जी (विद्या भारती)
✅ श्री खेम जी (विद्या भारती) एवं समस्त विद्या भारती टीम
✅ दीदी मनोरमा जी (प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय) एवं उनकी संपूर्ण टीम
✅ श्री सतेंद्र नाथ गिरी (लाली बाबा), गोदड़ अखाड़ा, वाराणसी
✅ डॉ. राजनारायण (प्रांत सह मंत्री, विद्या भारती)
✅ डॉ. कैवेंद्र प्रताप सिंह (वीएचपी क्षेत्रीय अध्यक्ष, सेवानिवृत्त आईजी)
✅ डॉ. हरेश प्रताप सिंह (सदस्य, यूपीएससी)
✅ हेमचंद जी (वीएचपी क्षेत्रीय मंत्री)
✅ दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान एवं विश्व हिंदू परिषद
वाटिका टीम के योगदान की सराहना

इस ऐतिहासिक पहल में वाटिका टीम के स्वस्तिक घोष गांगोपाध्याय, अंकुर द्विवेदी, ग्राउंड टीम लीडर उदय गोयल, को-फाउंडर रोहित एवं वरिष्ठ सदस्य व मित्र आदित्य शर्मा, गजेंद्र शर्मा, बृजमोहन शर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्लास्टिक मुक्त भविष्य की ओर कदम
दीदी मनोरमा जी ने प्लास्टिक बोतलबंद पानी से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के बढ़ते खतरे पर चिंता जताई और कहा कि वाटिका के कम्पोस्टेबल पैकेट न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी सहायक हैं। उन्होंने इस पहल को स्वस्थ समाज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
उदय गोयल के नेतृत्व की सराहना
अश्वनी शर्मा ने विशेष रूप से उदय गोयल के योगदान की प्रशंसा की और कहा कि उनकी अथक मेहनत एवं नेतृत्व क्षमता इस अभियान की सफलता का आधार रही। उन्होंने को-फाउंडर रोहित और वरिष्ठ सदस्य आदित्य शर्मा के प्रयासों की भी सराहना की।
आध्यात्मिक मार्गदर्शन और प्रशासन का सहयोग
अश्वनी शर्मा ने विशेष रूप से आध्यात्मिक गुरु सुनील कौशल जी महाराज के संरक्षण एवं मार्गदर्शन के लिए आभार प्रकट किया और कहा कि –
“उनका आध्यात्मिक आशीर्वाद इस अभियान की आत्मा रहा और उनकी प्रेरणा ने इस महायोजना को नई ऊँचाइयाँ प्रदान कीं।”
ज्ञात हो कि 100 सदस्यीय वाटिका टीम महाकुंभ प्रयागराज चैप्टर के समापन के लिए प्रयागराज गई थी, जो महाकुंभ स्नान के पश्चात सकुशल वापस गाजियाबाद पहुंच चुकी है।
इस अभियान के सफल संचालन और टीम के आवागमन में प्रशासन के विशेष सहयोग के लिए अश्वनी शर्मा ने उत्तर प्रदेश प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दोनों दृष्टियों से महत्वपूर्ण पहल

महाकुंभ के इस पावन अवसर पर वाटिका योजना का यह अभिनव प्रयास पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम साबित हुआ। इसने समाज को प्लास्टिक मुक्त जल संरक्षण की नई प्रेरणा दी।
ISRO जैसे प्रतिष्ठित संस्थान के शीर्ष वैज्ञानिकों द्वारा इस पहल की सराहना किया जाना यह सिद्ध करता है कि –
“वाटिका योजना न केवल आध्यात्मिक, बल्कि वैज्ञानिक और पर्यावरणीय दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।”