
नई दिल्ली। बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री ममता कुलकर्णी, जो अपनी अदाकारी और ग्लैमर के लिए जानी जाती थीं, अब आध्यात्मिक जीवन की राह पर चल पड़ी हैं। महाकुंभ के पवित्र अवसर पर उन्होंने संन्यास की दीक्षा लेकर किन्नर अखाड़े में प्रवेश किया और उन्हें महामंडलेश्वर की उपाधि से सम्मानित किया गया।
ममता कुलकर्णी का पट्टाभिषेक किन्नर अखाड़े द्वारा किया गया, जिससे अब वह अखाड़े की साध्वी और आध्यात्मिक मार्गदर्शक के रूप में पहचानी जाएंगी। ममता ने इस नई शुरुआत को लेकर अपनी खुशी जाहिर की और कहा कि यह कदम उनकी आत्मिक शांति और समाज सेवा की दिशा में बड़ा परिवर्तन है।
संन्यास लेने से पहले ममता कुलकर्णी ने एक वीडियो जारी कर इस निर्णय के पीछे की भावना को साझा किया। उन्होंने कहा कि सांसारिक जीवन के मोह-माया से अलग होकर उन्होंने आध्यात्मिक जीवन का चयन किया है। किन्नर अखाड़े ने उन्हें अपने समाज में एक विशेष स्थान दिया और यह उनके लिए बड़े सम्मान की बात है।
ममता कुलकर्णी का यह कदम समाज के लिए प्रेरणादायक माना जा रहा है, जहां उन्होंने अपने फिल्मी करियर को छोड़कर अध्यात्म का मार्ग अपनाया। महाकुंभ में उनकी दीक्षा और महामंडलेश्वर बनने का यह सफर उनके जीवन का एक ऐतिहासिक मोड़ बन गया है।