
गाजियाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद वासियों को एक ऐतिहासिक सौगात देते हुए ग्रेटर गाजियाबाद के गठन की घोषणा कर दी है। इस निर्णय से न सिर्फ जिले की पहचान बदलेगी, बल्कि जनता को प्रशासनिक स्तर पर बड़ी राहत मिलेगी।
अब एक छत के नीचे सभी समस्याओं का समाधान-
नई व्यवस्था के तहत जिला प्रशासन के सभी कार्यालय अब एक ही स्थान पर होंगे। इससे आम लोगों को अलग-अलग विभागों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे और कार्यों में पारदर्शिता व तेजी आएगी।
गाजियाबाद नगर निगम ने बढ़ाया मान-
गाजियाबाद नगर निगम की योजनाओं और विकास कार्यों ने उत्तर प्रदेश ही नहीं, देश-विदेश में भी शहर की छवि को नई ऊंचाई दी है। स्मार्ट सिटी परियोजना, स्वच्छता रैंकिंग और ई-गवर्नेंस के जरिए गाजियाबाद अब एक उभरता हुआ आदर्श जनपद बन चुका है।
बीसीसीआई की पहल, जीडीए बना रहा आधुनिक स्टेडियम-
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की पहल पर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम बना रहा है। यह स्टेडियम न केवल खिलाड़ियों को उत्कृष्ट सुविधाएं देगा, बल्कि गाजियाबाद को खेल मानचित्र पर भी स्थापित करेगा।
अपराध की छवि से उभरता विकासशील शहर-
कभी गाजियाबाद को अपराध और गैंगस्टरों के लिए जाना जाता था। फिल्मों में यहां की छवि नकारात्मक रूप में दिखाई जाती थी। लेकिन बीते वर्षों में शासन-प्रशासन की सख्ती और योजनाबद्ध विकास ने गाजियाबाद को अपराधमुक्त कर एक विकासशील और सुरक्षित जनपद के रूप में स्थापित किया है।

लोनी, खोड़ा, मुरादनगर होंगे ग्रेटर गाजियाबाद में शामिल-
नई संरचना में लोनी, खोड़ा, और मुरादनगर जैसे उपनगरों को ग्रेटर गाजियाबाद क्षेत्र में शामिल किया जाएगा। इससे इन क्षेत्रों में भी बुनियादी ढांचा और जनसुविधाएं तेजी से विकसित की जाएंगी।
ग्रेटर गाजियाबाद – नया युग, नई पहचान-
इस नई पहचान के साथ गाजियाबाद अब तेजी से मेट्रोपोलिटन शहरों की सूची में शामिल होने की ओर अग्रसर है। मुख्यमंत्री योगी की दूरदर्शिता और प्रशासन की तत्परता ने गाजियाबाद को उत्तर भारत का एक प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में मजबूत कदम बढ़ाया है।