गाजियाबाद। डासना देवी मंदिर में हिंदुओं की महापंचायत कड़े सुरक्षा प्रबंधों के चलते नहीं हो सकी। पुलिस ने मंदिर जाने वाले सभी मार्गों पर बैरिकेडिंग लगाकर किसी को भी मंदिर तक पहुंचने से रोक दिया। इस दौरान, जब कुछ लोग बैरिकेडिंग हटाने का प्रयास कर रहे थे, पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया।
लोनी विधायक का विरोध
विधायक नंदकिशोर गुर्जर, जो मंदिर जाने की मांग पर अड़े थे, उन्होंने हाईवे पर ही महापंचायत की। उन्होंने पुलिस कमिश्नर पर आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की और कहा कि पुलिस कमिश्नर की वजह से हालात बिगड़े हैं। विधायक ने पंचायत समाप्त होने के बाद तीन प्रमुख मांगे सरकार के सामने रखीं…..
1. रोहिंग्या मुसलमानों को देश से बाहर निकालना।
2. डासना देवी मंदिर पर हमला करने वालों पर रासुका के तहत कार्यवाही।
3. जिहाद करने वालों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाना।
मंदिर में प्रवेश पर रोक, डासना देवी मंदिर प्रबंधन की प्रवक्ता डॉक्टर उदिता त्यागी ने बताया कि सुबह से ही पुलिस किसी को मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं करने दे रही है। सुबह से मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को मुख्य द्वार से ही वापस लौटाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने मंदिर आए दो संन्यासियों को भी हिरासत में लिया है।
लोनी विधायक द्वारा हाईवे पर धरना देने के कारण एनएच-9 पर वाहनों की रफ्तार थम गई और यातायात प्रभावित हुआ।