गौतमबुद्ध नगर। नोएडा-दिल्ली डायरेक्ट (डीएनडी) फ्लाइवे पर टोल वसूली को लेकर सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले ने नोएडा और आसपास के क्षेत्र के लोगों को राहत दी है। अदालत ने टोल वसूली को अवैध करार देते हुए इसे तुरंत बंद करने का आदेश दिया है।
फेडरेशन ऑफ नोएडा रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (फोनरवा) ने इस फैसले का स्वागत करते हुए इसे “जनता की जीत” करार दिया। फोनरवा के अध्यक्ष ने कहा, “यह फैसला उन लाखों नागरिकों के लिए राहत लेकर आया है जो रोजाना इस मार्ग से सफर करते हैं। अब उन्हें टोल के नाम पर आर्थिक बोझ नहीं झेलना पड़ेगा।”
डीएनडी मार्ग पर हर रोज हजारों वाहन गुजरते हैं,
डीएनडी फ्लाइवे नोएडा और दिल्ली को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण मार्ग है। इस पर हर रोज हजारों वाहन गुजरते हैं। टोल वसूली बंद होने से वाहन चालकों को आर्थिक लाभ होगा और समय की बचत भी होगी।
नागरिकों की प्रतिक्रिया
नोएडा के निवासी इस फैसले को लेकर बेहद उत्साहित हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “यह न्याय की जीत है। लंबे समय से टोल वसूली पर सवाल उठ रहे थे, और अब सुप्रीम कोर्ट ने हमारे हक में फैसला सुनाया है।”
टोल विवाद का इतिहास
डीएनडी फ्लाइवे पर टोल वसूली को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। आरोप लगाए जा रहे थे कि टोल वसूलने वाली कंपनी ने अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन किया है। इसके अलावा, टोल से होने वाली आय और रखरखाव खर्च में भी असमानता की बातें उठी थीं। फोनरवा ने इस फैसले पर अपनी खुशी जताते हुए कहा कि यह जीत उन सभी नागरिकों के लिए प्रेरणा है जो अन्याय के खिलाफ खड़े होते हैं। संगठन ने सुप्रीम कोर्ट का आभार जताया और कहा कि यह फैसला जनता के हित में बड़े बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
डीएनडी टोल वसूली बंद होने के बाद अब लाखों लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है। यह फैसला न्यायपालिका की पारदर्शिता और जनहित के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।