गाजियाबाद। प्रताप विहार में चल रही भागवत कथा के दौरान एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। भारतीय सनातन सेवा संस्थान द्वारा आयोजित इस भागवत कथा में हरिद्वार स्थित मोहन गोकुलधाम के पीठाधीश्वर **कृष्ण संजय महाराज** 400 साल पुरानी दुर्लभ भगवद् गीता से कथा कह रहे थे। लेकिन, कथा स्थल से यह अनमोल ग्रंथ चोरी हो गया।
कथा के दौरान चोरी
15 दिसंबर से प्रताप विहार में भागवत कथा का आयोजन किया गया है, जहां रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु कथा सुनने आते हैं। बताया जा रहा है कि घटना तब हुई जब कथा स्थल पर भीड़ अधिक थी। इसी दौरान किसी ने कृष्ण संजय महाराज की गीता को चुरा लिया।
अनमोल धरोहर थी भगवद् गीता
चोरी हुई भगवद् गीता 400 साल पुरानी है, जिसे कृष्ण संजय महाराज हर कथा में साथ लेकर चलते हैं। यह गीता उनके आश्रम की सबसे महत्वपूर्ण धरोहरों में से एक है। महाराज ने इसे “सनातन परंपरा का दुर्लभ और अनमोल ग्रंथ” बताया है।
पुलिस जांच में जुटी
कथा आयोजकों ने घटना की जानकारी पुलिस को दे दी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और कथा स्थल पर मौजूद लोगों से पूछताछ की जा रही है।
श्रद्धालुओं में आक्रोश
इस घटना के बाद श्रद्धालुओं में भारी आक्रोश है। लोग इस पवित्र ग्रंथ की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर सवाल उठा रहे हैं। आयोजकों ने भी श्रद्धालुओं से शांत रहने और पुलिस की जांच में सहयोग करने की अपील की है।
क्या कहते हैं महाराज?
कृष्ण संजय महाराज ने कहा, “यह केवल एक गीता नहीं, बल्कि सनातन धर्म की जीवित धरोहर थी। हम प्रार्थना करते हैं कि जो भी इसे ले गया है, वह इसे जल्द से जल्द वापस कर दे।”
पुलिस की अपील
पुलिस ने जनता से अपील की है कि अगर किसी को इस गीता से जुड़ी कोई जानकारी मिले तो तुरंत स्थानीय थाने को सूचित करें। अधिकारियों का कहना है कि यह मामला उनकी प्राथमिकता में है और जल्द ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा।