गाजियाबाद/मुरादनगर। रीजनल प्राइवेट स्कूल फेडरेशन के तत्वाधान में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि एमएलसी श्रीचंद शर्मा तथा आर डी इंजिनियरिंग कॉलेज के चेयरमैन राकेश कुमार शर्मा, के के तिवारी ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस अवसर पर श्रीचंद शर्मा ने कहा कि हमारी संस्कृति दुनिया का कल्याण करने वाली संस्कृति है और यही सोच रखने वाली शिक्षा को हमें आगे बढ़ाना है ताकि भारतीय संस्कृति दुनिया के कोने कोने तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि जिस विज्ञान की बात दुनिया अब कर रही है उससे कहीं ज्यादा उन्नत विज्ञान प्राचीन भारत का रहा है। उस विज्ञान तक तो अभी हम नही पहुँचे है। भारत ने दुनिया को सिखाने का काम किया है। रसायन विज्ञान, खगोल शास्त्र यहां तक की गिनती का ज्ञान भी भारत ने विदेशों को दिया है। विज्ञान के क्षेत्र में हमारा देश सबसे आगे था। हमारी संस्कृति में पीपल, तुलसी, गाय यहां तक की नदियों की भी पूजा करने की परंपरा रही है जिस पर आज विदेशी लोग शोध कर रहे हैं। उन्होंने भी माना है तुलसी अत्यंत महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है। पीपल से 24 घंटे ऑक्सीजन निकलती है इसलिए इसके काटने की मनाही की गई थी। जल जीवन के लिए आवश्यक है इसलिए नदियों को शुद्ध करने की संस्कृति हमारी रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षक व्यक्ति निर्माण का कार्य करता है जिससे राष्ट्र निर्माण होता है। हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी का कहना है कि अपनी विरासत व प्राचीन साहित्य का अवलोकन करें। उनके नेतृत्व में आज देश फिर से विश्व गुरु के पद की ओर बढ़ रहा है। हमारे देश के वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष कार्यक्रम में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की है एक ही रॉकेट इंजन से 103 सेटेलाइट प्रक्षेपित करना वास्तव में सराहनीय कार्य है। हमारी संस्कृति में प्राचीन समय से ही गुरु की पूजा होती है राष्ट्र निर्माण का कार्य शिक्षक करते हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि शिक्षण संस्थानों को हर प्रकार की सुविधा दिलाएंगे तथा उनकी समस्याओं को हल कराने में सहयोग करेंगे।
फेडरेशन के अध्यक्ष रामकिषन बंधु ने कहा कि मध्यम वर्ग के विद्यालयों का शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान है। गांव और कस्बों में स्थापित छोटे-छोटे स्कूल ’सब पढ़े सब बढ़े’ के मिशन पर कार्यरत हैं। फेडरेशन की ओर से एमएलसी शर्मा को शाल एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने विद्यालयों के प्रबंधक, प्रधानाचार्य व शिक्षकों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेन्द्र वर्मा, सचिव मूलचन्द गर्ग, मलखान सिंह यादव, राकेश मोहन गोयल, महिपाल सिंह कसाना, यतिदेव शर्मा, कृष्णदेव आर्य, योगेंद्र सिंह, ललित त्यागी, मनीष गोयल, सोमदत्त शर्मा, नरेष पाल कौषिक, श्रीराज शर्मा, आदेष कुमार, आषीष कौषिक, मंजूषा सौहर, डा अर्चना चौधरी, शालिनी त्यागी, मोनिका त्यागी सहित सैकड़ों षिक्षक उपस्थित रहे।