
गाज़ियाबाद। आज सम्पूर्ण में इस्लाम के जिहादी अलग अलग तरीको से निर्दोष नागरिकों को मार रहे हैं। वस्तुतः इस्लाम का जिहाद सम्पूर्ण मानवता के लिये कैंसर बन चुका है।लेकिन ऑस्ट्रेलिया में मुस्लिम नर्सों का जो कारनामा प्रकाश में आया है,वह सम्पूर्ण मानवता के लिये कलंक है।ऐसे मामले पहले भी कई देशों में प्रकाश में आये हैं पर वहां उन्हें दबा दिया गया था।जैसे कि श्रीलंका में एक मुस्लिम डॉक्टर ने लगभग 4 हजार से अधिक बौद्ध व हिन्दू महिलाओं को बांझ बना दिया था।भारत मे तो ऐसे बहुत मामले हुए हैं जहाँ ऐसा किया गया पर धर्मनिरपेक्षता के नाम पर नपुंसकता को प्राप्त हो चुके हमारे देशवासियों ने ऐसे हर मामले को छिपा लिया।ऐसे में ऑस्ट्रेलिया की संसद और राजनेता धन्यवाद के पात्र हैं जिन्होने इस विषय को अपनी संसद में उठाया।विश्व में कई स्थानो पर पाया गया है कि मुस्लिम खाने के सामान में कई तरह की नपुंसकता की दवाई या गन्दगी मिलाकर दूसरे धर्मों के मानने वालों को खिला रहे हैं।दुनिया के कई देशों में मुस्लिम गाड़ी के द्वारा निर्दोष लोगों को कुचल कर मार रहे हैं।वस्तुतः वो सम्पूर्ण विश्व मे कहीं भी निर्दोष गैर मुस्लिमों को मारने का कोई ना कोई उपाय कर ही रहे हैं।ऐसे में आज सारे विश्व के गैर मुस्लिमों को अस्पतालों सहित उन सभी प्रतिष्ठानों का बहिष्कार करना चाहिये जिसमे मुसलमान कार्य कर रहे हैं।* ये विचार शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने आज अपने साथियों और शिष्यों के साथ एक आपात बैठक में रखे। यह आपात बैठक उन्होंने प्रयागराज महाकुंभ ने अत्यधिक निराशा के साथ लौटने पर बुलाई थी।उनकी निराशा का कारण सनातन धर्म के धर्मगुरुओं की सनातन धर्म की रक्षा के प्रति उदासीनता है।आज जब इस्लामिक जिहाद भारत व सनातन धर्म सहित सम्पूर्ण मानवता को निगलने के लिये तैयार बैठा है, ऐसे में अपने आप को विश्वगुरु के योग्य मानने वाली संस्कृति के सर्वोच्च धर्मगुरु इस पर चिंतन तक करने को तैयार नहीं हैं, यह बात महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज को पूरी तरह से विचलित कर गयी है और अब उन्होंने धर्मगुरुओं की ओर से निराश होकर जनता के बीच जाने का निश्चय कर लिया है।
उन्होंने बताया कि कल सोमवार को वो विश्व के सभी गैर मुस्लिम राष्ट्राध्यक्षो को पत्र लिख कर उन्हें इस्लामिक जिहाद के खतरे के विषय मे सचेत करेंगे और उनसे इस्लामिक जिहाद का स्थायी उपचार खोजने का निवेदन करेंगे।
बैठक में सर्वसम्मति से यह तय किया गया कि महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज के मार्गदर्शन में सम्पूर्ण हिन्दू समाज के लिये शस्त्र लाइसेंस के लिये आंदोलन खड़ा किया जाएगा ताकी भारत मे बांग्लादेश जैसे हिन्दू नरसंहार की स्थिति में हिन्दू अपने लिये आत्मरक्षा का प्रयास कर सकें।इस आंदोलन के आरम्भ में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज को अपने रक्त से पत्र लिखेंगे जिसपर एक लाख हिन्दू रक्त से हस्ताक्षर करेंगे।यह रक्तलिखित पत्र डॉ उदिता त्यागी महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज जी की ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज को उनके जनता दरबार मे देगी।डॉ उदिता त्यागी जी के साथ विनोद सर्वोदय जी,बहन ममता सहगल,अनिल यादव,अनिल चौधरी,सुनील त्यागी,महेश आहूजा,मोहित नागर तथा अन्य हिन्दू भी होंगे। बैठक में बहुत बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित रहे।