गाजियाबाद। जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की शासी निकाय की बैठक का आयोजन दुर्गावती देवी सभागार, विकास भवन में किया गया। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। बैठक में जिले के स्वास्थ्य आंकड़ों की समीक्षा की गई और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के निर्देश दिए गए।
बैठक के मुख्य बिंदु
1. ओपीडी और आईपीडी में वृद्धि
– ओपीडी में पिछले वर्ष की तुलना में 95,350 की वृद्धि हुई।
– आईपीडी में 18,431 की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
– प्रति डॉक्टर प्रति दिन ओपीडी का औसत 62.7 रहा।
2. मातृत्व स्वास्थ्य कार्यक्रम
– अब तक 92,461 महिलाओं का एएनसी पंजीकरण (139.14%) हुआ।
– 84.60% पंजीकरण पहली तिमाही में हुआ।
– 5,572 उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखा गया।
– 62,549 महिलाओं का सुरक्षित संस्थागत प्रसव हुआ।
3. टीबी मुक्त अभियान
– वर्तमान में चल रहे टीबी अभियान की भौतिक और वित्तीय स्थिति की समीक्षा।
– जिलाधिकारी ने गांव-गांव और घर-घर जाकर टीवी मुक्त अभियान चलाने के निर्देश दिए।
4. महिला नसबंदी एवं टीकाकरण
– 2,140 महिला नसबंदी (96.5%) संपन्न।
– बच्चों को एमआर-1 खुराक का 116% कवरेज।
5. ई-संजीवनी टेली कंसल्टेशन
– सीएचओ द्वारा प्रति दिन औसत 5.47 टेली कंसल्टेशन किए जा रहे हैं।
अध्यक्ष के निर्देश
इन्द्र विक्रम सिंह ने कहा, *”कोई भी कार्य जज्बा, जोश और उत्साह के साथ करना चाहिए। गांव-गांव और घर-घर जाकर टीवी मुक्त अभियान चलाते हुए जनपद को टीवी मुक्त बनाना प्राथमिकता होनी चाहिए।”*
उन्होने उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित करने और असंवेदनशीलता बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य संदेश का विमोचन
बैठक के अंत में “स्वास्थ्य संदेश” नामक बुकलेट का विमोचन किया गया।
सम्मान और प्रोत्साहन
जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन को निर्देशित किया कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया जाए।
गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग की यह बैठक जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।