
नई दिल्ली। किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहानने शुक्रवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) की बैठक में एक अहम घोषणा की। उन्होंने कहा कि किसानों को गुणवत्तापूर्ण कृषि इनपुट्स जैसे बीज, खाद और कीटनाशक सुलभ कराने के उद्देश्य से फसल औषधि केंद्र खोले जाएंगे, जो जन औषधि केंद्र की तर्ज पर कार्य करेंगे।
कृषि विकास की नई रणनीति
बैठक में कृषि मंत्री ने स्पष्ट किया कि भारत में कृषि विकास की रणनीति अब “विकसित भारत – कृषि संकल्प अभियान” के सुझावों पर आधारित होगी। उन्होंने कहा कि किसानों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू किया जाएगा।
नकली बीज और कीटनाशकों पर सख्ती
शिवराज सिंह चौहान ने अमानक बीज, मिलावटी खाद और नकली कीटनाशकों की बिक्री पर चिंता जताई और कहा कि इनके खिलाफ जल्द ही सख्त कानूनी प्रावधान लाए जाएंगे। इससे किसानों को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद सुनिश्चित होंगे और उपज में वृद्धि होगी।
उर्वरक की कीमतों पर नियंत्रण
कृषि मंत्री ने उर्वरकों की बढ़ती कीमतों का भी मुद्दा उठाया और कहा कि सरकार जल्द ही उर्वरक मूल्य निर्धारण को लेकर एक नई नीति पर काम करेगी ताकि किसानों को सस्ती दरों पर उर्वरक उपलब्ध कराया जा सके।
क्या होंगे ‘फसल औषधि केंद्र’?
ये केंद्र जन औषधि केंद्र की तरह गांव-गांव में खोले जाएंगे।यहां किसानों को सरकार द्वारा प्रमाणित, सस्ते और गुणवत्तापूर्ण बीज, उर्वरक व कीटनाशक मिलेंगे।
केंद्रों पर कृषि सलाहकारों की मौजूदगी भी होगी, जो किसानों को फसल सुरक्षा और पोषण से जुड़ी जानकारी देंगे।
किसानों को होगा सीधा लाभ-
इस पहल से कृषि लागत में कमी, उपज में वृद्धि और कृषि में पारदर्शिता आएगी। साथ ही, नकली उत्पादों के कारण होने वाले नुकसान से किसानों को राहत मिलेगी।