लखीमपुर खीरी। मानव उत्थान सेवा समिति आश्रम लखीमपुर खीरी में उक्त कार्य क्रम में शामिल प्रेमी भक्तों को संबोधित करते हुए मैगल गंज आश्रम प्रभारी महात्मा श्री द्वितीया बाईजी ने कहा कि गुरू महाराज जी के बताए पावन नाम का सुमिरन ध्यान करते हुए सेवा भक्ति करें। नहीं तो भयंकर कलिकाल से बचने का कोई मार्ग नहीं है। ‘आई शेर पर सवार मैया ओढ़े चुनरी’ भजन के बाद कहा कि नरेंद्र को स्वामी राम कृष्ण परमहंस ने कहा कि माता भगवती के वास्तविक ज्योति स्वरूप का ज्ञान प्राप्त करने हेतु तत्वज्ञानी सदगुरू की शरण में जाना चाहिए।उनके याचना करने पर उन्हें मां के वास्तविक ज्योति स्वरूप का ज्ञान देकर उन्हें विवेकानंद बना दिया।आज हम को उसी तत्वज्ञान की आवश्यकता है तभी रक्षा होगी।आसुरी शक्तियां कैसा अत्याचार कर रही हैं कौन है बचाने वाला? बचाने वाली शक्ति को जानना होगा। तभी रक्षा हो सकती है। गुरु माता श्री अमृता जी के पावन जन्मोत्सव की बधाई देते हुए उन्होंने बधाई गाई। ‘बधइयां बाजे आज मां के द्वारे’ ‘कौन लुटावे अन्न धन सोना कौन लुटावे रुपैया’ उन्होंने आगामी श्री सुयश जी महाराज के पावन जन्मोत्सव (15 अगस्त) की भी बधाईयां देते हुए ज्ञान का प्रचार प्रसार करने की प्रेरणा दी।
इस अवसरपर लखीमपुर खीरी आश्रम प्रभारी महात्मा श्री लीलानंद जी ने अपने संबोधन में कहा कि देश के अनेक स्थानों पर गरीब बच्चों को लेखन-पाठय सामग्री वितरण का जिक्र करते हुए बताया कि कल गिरधारपुर के एक जूनियर हाईस्कूल के बच्चों हमारे साथ समिति के कार्यकर्ताओं ने स्टेशनरी का वितरण किया। अतः खूब भजन सुमिरन करते हुए सेवा भक्ति भाव पूर्वक गुरू आज्ञा से अग्रसर होते हुए जीवन को सफल बनाएं.आरती तथा भंडारा प्रसाद ग्रहण करने के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ।