मुरादनगर। यहां टंकी रोड पर श्री आदर्श रामलीला कमेटी के तत्वाधान में आयोजित रामलीला के दूसरे दिन रावण जन्म, राम जन्म लीला का मंचन हुआ। भगवान राम के जन्म के बाद सभी भक्तों ने भगवान राम की जय-जयकार की।
अयोध्या में राजा दशरथ के यहां भगवान राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघन जन्म लेते हैं। भगवान राम का जन्म होते ही बधाइयां गाई गई और फूलो की वर्षा हुई। बाल लीला देखकर अयोध्या के निवासी प्रफुल्लित होते हैं।
वही दूसरी ओर लंका में रावण, कुंभकर्ण और विभीषण का जन्म हुआ। तीनों भाइयों ने घोर तपस्या की, इस पर प्रसन्न होकर ब्रह्मा, विष्णु व महेश ने दर्शन दिए। जन्म के पश्चात रावण ने ब्रह्मा से वर मांगा कि उसकी मृत्यु कभी किसी तरह से न हो और वो अजर अमर हो जाए। लेकिन ब्रह्मा जी ने अमरता का वरदान देने में असमर्थता जताई, तो रावण ने कहा कि आप वर दो कि उसकी मृत्यु वानर व मनुष्य को छोड़कर बाकी किसी के द्वारा न हो। ब्रह्मा जी रावण को ये वर दे दिया।
इस अवसर पर रामलीला कमेटी के संचालक बुधप्रकाश गोयल, अरविंद भारतीय, सुशील गोयल, अध्यक्ष विनोद धनगर, महामंत्री महेश चंद गोयल, कोषाध्यक्ष सुभाष चन्द्र गर्ग, मंच संचालक हर्षित गोयल, रघुनंदन रस्तोगी, अशोक कुमार गुप्ता, थानाध्यक्ष मुकेश सोलंकी, अनिल गोयल, दीपक गोयल, मोहन गुप्ता, सभासद भूपेंद्र पाल, डॉ राजेंद्र अरोड़ा, मंजू गोयल, सपना गोयल, सुमन, तृप्ति, आदि उपस्थित रहे।