रामलीला महोत्सव में विभीषण शरणागति, सेतुबंध और अंगद-रावण संवाद का भव्य मंचन

Photo of author

By Pawan Sharma

मुरादनगर। श्री आदर्श रामलीला कमेटी के तत्वाधान में आयोजित रामलीला महोत्सव में विभीषण शरणागति, सेतुबंध, रामेश्वर स्थापना और अंगद रावण संवाद लीला का मंचन हुआ। दोहे और चौपाइयों के साथ विधिवत लीला का मंचन कराया गया। बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। रामलीला मंचन के दौरान विभीषण अपने भाई रावण को समझाते हैं कि वह श्रीराम से संधि कर उनकी शरण में जाएं और सीता जी को लौटा दें। इस पर रावण क्रोधित होकर उन्हें ठोकर मारकर दरबार से बाहर कर देता है। इसके बाद विभीषण श्रीराम के पास जाकर शरण ले लेते हैं। इसके अलावा रामसेतु लीला का भी मंचन हुआ। श्रीराम, रामेश्वर भगवान शिव की स्थापना कर पूजा करते हैं। इसके बाद सेतु निर्माण कार्य शुरू हो जाता है। सेतु बनने के बाद अंगद को लंका में शांति दूत बनाकर भेजा जाता है। वहां अंगद और रावण के बीच संवाद होता है। रामलीला मैदान जय श्री राम के जयकारों से गूंज उठा। रामलीला देखने आए अतिथि डा प्रदीप यादव को कमेटी ने पटका पहनाकर तथा प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर संचालक बुधप्रकाश गोयल, अरविंद भारतीय, सुशील गोयल, अध्यक्ष विनोद धनगर, महामंत्री महेश चंद गोयल, कोषाध्यक्ष सुभाष चन्द्र गर्ग, मंच संचालक हर्षित गोयल, रघुनंदन रस्तोगी, अशोक कुमार गुप्ता, राकेश मोहन गोयल, राजकुमार गोयल, प्रमोद गोयल, सुदर्शन प्रसाद, निशंक गोयल, दीपक सिंघल, दीपक गोयल, शिवकुमार गोयल, रीता प्रसाद, अलका गोयल, सपना गोयल आदि सैंकड़ो गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

Leave a Comment