संस्कार भारती कार्यकारिणी बैठक सम्पन्न, सोसायटी स्तर पर संयोजक नियुक्त करने की योजना पर हुई चर्चा

Photo of author

By Pawan Sharma

गाजियाबाद, 18 मई। प्रातः काल 10-30 पर संस्कार भारती गाजियाबाद महानगर की राजनगर एक्सटेंशन ईकाई की कार्यकारिणी की बैठक अज़नारा इंटीग्रिटी सोसाइटी में सम्पन्न हुई।
बैठक की अध्यक्षता भाजपा नंदग्राम मंडल उपाध्यक्ष डॉ0 अभिषेक शर्मा ने की उन्होंने बताया कि हर एक सोसायटी में संयोजक और संयोजिका बनाना एक अच्छी योजना है इससे राजनगर एक्सटेंशन में तीव्र गति से कार्य का विस्तार होगा। उन्होंने बताया कि संस्कार भारती आज राजनगर एक्सटेंशन की विभिन्न सोसायटीज में कार्य कर रही है और काफी गणमान्य नागरिक इससे जुड़ भी रहें हैं।

कार्यक्रम का प्रारंभ अमृता श्रीवास्तव के गाए ध्येय गीत से हुआ।
कार्यक्रम में सम्मिलित गाजियाबाद महानगर कार्यवाह अभिषेक ने बताया कि अगले वर्ष संघ का शताब्दी वर्ष है हमें अपनी अपनी भूमिका सुनिश्चित करनी चाहिए।ऐसे सभी संघ के अनुषांगिक संगठन अपनी अपनी तरह से राष्ट्रसेवा का कार्य कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम चन्द्र जी जब पुल का निर्माण कर रहे थे तब गिलहरी का भी उतना ही महत्व था जितना वानर सेना का जो बड़े बड़े पत्थर उठा रहें थे। कार्य करने वाले की भावनाएं देखीं जाती है।
बलराम के संघ चालक मदन त्यागी ने कहा कि आज हमें समरसता का भाव लिए समाज में कार्य करना चाहिए जो सदैव सुखद परिणाम देंगे हैं।
संस्कार भारती गाजियाबाद महानगर के कार्यकारी अध्यक्ष अतुल प्रकाश भटनागर ने कहा कि हम इस वर्ष से सभी सोसायटीज में संयोजक और संयोजिका बनाएंगे जो अपनी अपनी सोसायटीज में भले ही लघु स्तर पर कार्यक्रम करेंगे उन्होंने बताया कि संस्कार भारती एक अखिल भारतीय सांस्कृतिक संगठन है जो विभिन्न कला विधाओं के माध्यम से राष्ट्रीय मूल्यों के प्रचार-प्रसार में लगा हुआ है। इन विधाओं में शामिल हैं: साहित्य, संगीत, नाटक, नृत्य, चित्रकला, शिल्प कला, लोक कला और भूअलंकरण. संस्कार भारती की प्रमुख विधाएँ:
1. साहित्य:
साहित्य विधा में कविता, कहानी, उपन्यास, नाटक और अन्य साहित्यिक विधाओं को शामिल किया जाता है.
2. संगीत:
संगीत विधा में शास्त्रीय संगीत, लोक संगीत और आधुनिक संगीत शामिल हैं.
3. नाटक:
नाटक विधा में नाटकों का मंचन, निर्देशन और लेखन शामिल है.
4. नृत्य:
नृत्य विधा में शास्त्रीय नृत्य, लोक नृत्य और आधुनिक नृत्य शामिल हैं.
5. चित्रकला:
चित्रकला विधा में विभिन्न प्रकार के चित्र, जैसे कि तेल चित्र, पानी रंग, और डिजिटल चित्र शामिल हैं.
6. शिल्प कला:
शिल्प कला विधा में मिट्टी के बर्तन, मूर्तिकला और अन्य हस्तकलाएं शामिल हैं.
7. लोक कला:
लोक कला विधा में विभिन्न लोक कलाओं, जैसे कि रंगोली, मधुबनी और अन्य लोक कलाएँ शामिल हैं.
8. भूअलंकरण:
भूअलंकरण विधा में भूमि को सजाने और आकर्षक बनाने के तरीके शामिल हैं.
संस्कार भारती इन विधाओं के माध्यम से समाज में राष्ट्रीय मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
कार्यक्रम में शामिल वरिष्ठ कार्यकर्ता सनत जैन ने सुन्दर कविता पाठ किया।
कार्यक्रम में शामिल अजीत श्रीवास्तव ने सुन्दर सुन्दर दोहे सुनाए।
अनुराग त्यागी संयोजक संस्कार भारती राजनगर एक्सटेंशन ईकाई ने भजन सुना कर सभी का मन मोह लिया। एन सी पराशर ने कहा कि हमें संगठन के विस्तार की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में सम्मिलित स्टार रामेश्वरम की चिंकी शर्मा ने कहा कि छोटे छोटे बच्चों का संस्कार भारती के सौजन्य से कैम्प लगाया जाए। लक्ष्मी शुक्ला ने के कहा की ऐसी बैठक हमारी सोसायटी बालमुकुंद में भी रखी जाए।
सन्नी भल्ला ने लेपटॉप पर गत वर्ष के किए कार्यक्रम दिखाए।
कार्यक्रम की व्यवस्था में सनत जैन, निशांत कौशिक सह संयोजक, निधि भल्ला, सन्नी भल्ला, अमृता श्रीवास्तव ने पूरा सहयोग किया।
कार्यक्रम में विनय वार्ष्णेय, कुलदीप शर्मा, सुजीत झा,ललन कुमार झा, करतार सिंह, बिजेंद्र सिंह,ए एस रावत, महेश शर्मा आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में यतीश चन्द्र कश्यप कोषाध्यक्ष महानगर ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।

Leave a Comment