अमृतसर। श्री हरिमंदिर साहिब के बाहर बुधवार को गोली चलने की सनसनीखेज घटना सामने आई। पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री और अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को निशाना बनाकर गोली चलाने की कोशिश की गई। हमलावर की पहचान नारायण सिंह चौड़ा के रूप में हुई है, जिसे पुलिस ने तुरंत गिरफ्तार कर लिया।
एडीसीपी हरपाल सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि नारायण सिंह ने श्री हरिमंदिर साहिब के बाहर बादल के पास आकर उन पर फायर किया। हालांकि, एक सतर्क सुरक्षाकर्मी ने समय रहते नारायण सिंह को काबू कर लिया, जिससे निशाना चूक गया। अगर सुरक्षाकर्मी तुरंत कार्रवाई नहीं करते, तो एक बड़ी घटना हो सकती थी।
कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
अकाली दल के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता डॉक्टर दलजीत सिंह चीमा ने घटना की कड़ी निंदा की और पंजाब की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा,”इस हमले से स्पष्ट है कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। मुख्यमंत्री भगवंत मान को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए और घटना की न्यायिक जांच करानी चाहिए।”
राजनीतिक सरगर्मियां तेज
यह घटना राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। दलजीत सिंह चीमा ने इसे कानून-व्यवस्था का “जनाजा” बताते हुए कहा कि अपराधी बेहद आराम से बादल के पास तक पहुंच गया। यह सुरक्षा खामियों को उजागर करता है।
पुलिस फिलहाल आरोपी नारायण सिंह से पूछताछ कर रही है। घटना के कारणों और इसके पीछे की साजिश का पता लगाया जा रहा है। इस गोलीकांड के बाद अमृतसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस हमले के बाद पंजाब की सियासत गरमा गई है। अकाली दल और विपक्षी दल मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार को घेरने में जुट गए हैं। घटना के बाद सुखबीर सिंह बादल ने इसे “चौंकाने वाला” बताया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। श्री हरिमंदिर साहिब जैसे पवित्र स्थल के बाहर इस प्रकार की घटना ने न केवल राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि धार्मिक आस्थाओं को भी झकझोर दिया है।