सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल से शुरू हुआ राजघाट तक की यात्रा का अंतिम चरण 

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By Pawan Sharma

हमारी सांस्कृतिक विरासत हमारी अस्मिता की पहचान है-किरण सेठ

गाजियाबाद। पद्मश्री किरण सेठ ने गांधी जयंती के अवसर पर सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल में बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि यह हमारा परम सौभाग्य है कि हमने उस महात्मा की धरती पर जन्म लिया है जिसने संपूर्ण विश्व को शांति का संदेश दिया था। साइकिल पर भारत भ्रमण के अंतिम चरण में गाजियाबाद पहुंचे श्री सेठ (75 वर्ष) ने बच्चों को फिटनेस का संदेश देने के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और पुरातन संगीत से जुड़ने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हमारी सभ्यता, संस्कृति, साहित्य और संगीत के प्रति अन्य देशों के लोगों में रुचि बढ़ रही है। उन्होंने आह्वान किया कि 21वीं सदी के भारत में विकास के साथ-साथ हमारी सांस्कृतिक विरासत का विकास भी जरूरी है। जो हमारे राष्ट्र की अस्मिता की पहचान है। नेहरू नगर स्थित सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल में बच्चों द्वारा उनका नागरिक अभिनंदन किया गया। श्री सेठ का स्वागत करते हुए स्कूल की निदेशक तन्वी कपूर गोयल ने कहा कि श्री सेठ हम सभी की प्रेरणा के स्रोत हैं। जिन्होंने सांस्कृतिक विरासत के प्रति लोगों में ललक जागने की मुहिम के तौर पर 15 अगस्त 2022 को दिल्ली से अपनी साहसिक एकल साइकिल यात्रा प्रारंभ की थी।

सुश्री गोयल ने कहा कि यह सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल के लिए ही नहीं बल्कि पूरे महानगर के लिए गौरव का पल है कि हमें एक ऐतिहासिक अध्याय का हिस्सा बनने का अवसर प्राप्त हुआ। इस अवसर पर नन्हे मुन्ने बच्चों ने लाल बहादुर शास्त्री और महात्मा गांधी के जीवन से संबंधित विभिन्न प्रसंगों को नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से प्रदर्शित कर दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। श्री सेठ की कन्याकुमारी से कश्मीर और राजघाट तक की यात्रा के अंतिम चरण का शुभारंभ सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल से हुआ। इस अवसर पर पार्षद अजित निगम, आभा बंसल व उमा नवानी,मंजू कौशिक, एकता कोहली, सोनिया सेहरा आदि ने उन्हें विदाई दी।

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