
गाजियाबाद,(आनन्द धारा न्यूज़)। घूकना स्थित रसम कार्यालय में तीज उत्सव इस बार कुछ खास अंदाज़ में मनाया गया। एक ओर जहां बालिकाओं ने मेंहदी रचाकर पारंपरिक गीतों के माध्यम से उत्सव की शोभा बढ़ाई, वहीं दूसरी ओर स्थानीय मातृशक्ति ने झूला झूलते हुए पारंपरिक मंगलगीत गाकर समाज व राष्ट्र के कल्याण की कामना की।
कार्यक्रम की विशेष बात यह रही कि सभी प्रतिभागियों ने गाजियाबाद के पौराणिक नाम “गजप्रस्थ” को पुनः स्थापित करने हेतु सामूहिक प्रार्थना और निवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने तीज जैसे पारंपरिक और सांस्कृतिक पर्व को गजप्रस्थ की ऐतिहासिक गरिमा से जोड़ते हुए नाम परिवर्तन की मांग की।
इस सांस्कृतिक आयोजन में राजकुमारी त्यागी, दीपांशा, दुर्गा, ममता, स्वाति, कुमकुम, वर्षा, आंचल, निशा, रिया, ओमवती सहित बड़ी संख्या में महिलाओं और युवतियों ने सहभागिता की। सभी ने झूला झूलते हुए पारंपरिक गीतों की स्वर लहरियों से वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
कार्यक्रम के समापन पर उपस्थित जनसमूह ने एकस्वर में गाजियाबाद का नाम गजप्रस्थ घोषित करने की मांग करते हुए कहा कि यह शहर अपनी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं पौराणिक पहचान को पुनः प्राप्त करे -यही आज की आवश्यकता है।