
गाजियाबाद। समाचार पत्र व सोशल मीडिया के माध्यम से ज्ञात हुआ कि एक सड़क दुर्घटना में शिकायत करने गई दैनिक समाचार पत्र की प्रकाशक व पत्रकार अपूर्व चौधरी को थाना परिसर में अपमान, धमकिया, शारीरिक प्रताड़ना की बात कही गई है। यह बहुत ही दुखद व निंदनीय है जब लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाने वाला पत्रकार जगत ही अपने को असुरक्षित महसूस करने लगेगा, पुलिस व्यवस्था से तंग आकर रोड़ों पर धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएगा तो आम जनता की सुनवाई कौन, कैसे करेगा?
गरीब, असहाय,शोषित, पीड़ित कहां फरियाद करेगा। एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश अपराधमुक्त होने का दावा कर जोरों पर प्रचार प्रसार कर रही है तो दूसरी तरफ अपराधी पुलिस के समक्ष पीड़ित को अपमानित, प्रताड़ित कर रहे हैं यह कहीं न कहीं प्रशासन कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह है। उपरोक्त प्रकरण पर गाजियाबाद पैरेंट्स एसोसिएशन जनहित में प्रदेश को अपराधमुक्त वह जनता में डर भय का माहौल न रहे आमजन में सुरक्षा भाव जागृत हो शांति व भाईचारा कायम करने हेतु पीड़ित को न्याय व अपराधियों को कड़ी सजा दिलाए जाने वह पुलिस द्वारा उचित कार्रवाई न करने पर प्रशासन द्वारा दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग करती है और पीड़ित पत्रकार बंधुओं को अपना समर्थन देती है। अनिल कुमार सिंह (सचिव गाजियाबाद पैरेंट्स एसोसिएशन), सत्यपाल चौधरी (संरक्षण) पवन कुमार शर्मा (उपाध्यक्ष), नरेश कुमार (सह कोषाध्यक्ष) धर्मेंद्र सिंह (RTE प्रभारी), कौशल ठाकुर, प्रमोद वाल्मीकि, रामभूल पाल, राजेंद्र पाल, पूनम पाल, रीना सिंह, रत्नेश सिंह आदि साथी उपस्थित रहे।