गाजियाबाद। आर डी सी स्थित एक प्रेसवार्ता में इंडियन इंडस्ट्रियल एसोसिएशन (IIA) के गाजियाबाद चैप्टर ने प्रदेश सरकार से लीज होल्ड औद्योगिक भूमि को फ्री होल्ड में बदलने की पुरजोर मांग की है। चैप्टर के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि इस बदलाव से प्रदेश के औद्योगिक विकास में तेजी आएगी और उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य में मदद मिलेगी।
उद्यमियों की चुनौतियों को रखा सामने
संजय अग्रवाल ने बताया कि मौजूदा लीज होल्ड नीति उद्यमियों के लिए कई दिक्कतें पैदा करती है। यदि कोई उद्यमी अपनी फैक्ट्री अपने परिवार के सदस्य को देना चाहता है, तो उसे पुनः पूरी लीज प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इसके अलावा, खाली जगह होने के बावजूद उद्यमियों को फैक्ट्री विस्तार या नई इकाई लगाने में मुश्किलें आती हैं। हर कार्य के लिए कानपुर स्थित यूपीसीडी विभाग के चक्कर काटने पड़ते हैं, जिससे उद्यमियों का समय और संसाधन बर्बाद होता है।
पुरानी मांग, अब तक कोई कार्रवाई नहीं
गाजियाबाद चैप्टर के डिवीजनल चेयरमैन राकेश अनेजा ने कहा कि यह मुद्दा वर्ष 2023 में एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सिंघल द्वारा उद्यमी सम्मेलन में मुख्यमंत्री के समक्ष रखा गया था। इसके बावजूद, अब तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि यह मांग प्रदेश के सभी सांसदों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों तक पहुंचाई जा चुकी है, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।
अन्य राज्यों में पहले ही लागू हो चुकी नीति
इस अवसर पर पदाधिकारियों ने अन्य राज्यों का उदाहरण देते हुए बताया कि दिल्ली, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, और हरियाणा में उद्यमियों की मांग पर फ्री होल्ड नीति पहले ही लागू हो चुकी है। हर्ष अग्रवाल ने कहा कि यूपी के उद्यमियों को सबसे अधिक निवेश करने के बावजूद इस सुविधा से वंचित रखा गया है।
प्रेसवार्ता में कोषाध्यक्ष संजय गर्ग, एसके शर्मा, मनोज कुमार, जेपी कौशिक, संजय बंसल, प्रदीप गुप्ता और यश जुनेजा भी मौजूद थे।