
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश में सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी सेक्टर में अभूतपूर्व प्रगति के लिए कैबिनेट मंत्री सुनील कुमार शर्मा के आवास पर पहुंचकर उन्हें पटका पहनाकर व पुष्प भेंट कर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी गईं।
लगभग एक वर्ष पूर्व, शर्मा जी को उत्तर प्रदेश सरकार में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी विभाग की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जिसका उद्देश्य था — लंबित कार्यों को गति देना, प्रक्रियाओं में पारदर्शिता लाना और समयबद्ध परिणाम सुनिश्चित करना।
यह कार्य बेहद चुनौतीपूर्ण था, खासकर आम चुनावों के बीच, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट मार्गदर्शन —
“उत्तर प्रदेश को देश की डिजिटल शक्ति बनाना है”—
के तहत यह टीम असाधारण सफलता की मिसाल बन गई।
पिछले 12 महीनों में जो ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल की गईं, वे इस डिजिटल क्रांति की गवाही देती हैं:
उत्तर प्रदेश की पहली सेमीकंडक्टर यूनिट को मंजूरी
पहला इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर स्थापित
उत्तर भारत का सबसे बड़ा एआई-रेडी डाटा सेंटर शुरू Microsoft का सबसे बड़ा कैंपस अब उत्तर प्रदेश में
HCL, Genpact, Deloitte जैसी वैश्विक कंपनियों का लखनऊ में विस्तार
71 इनक्यूबेटर, 7 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और 2000+ स्टार्टअप्स सक्रिय

यह सिर्फ प्रौद्योगिकी की प्रगति नहीं, बल्कि एक नई उत्तर प्रदेश की नींव है — जो रोजगार, नवाचार और वैश्विक निवेश के नए द्वार खोल रही है।
गर्व है इस सेवा पर, और विश्वास है कि उत्तर प्रदेश जल्द ही भारत का टेक्नोलॉजी हब बनकर उभरेगा।