
प्रयागराज। महाकुंभ 2025 प्रयागराज में वाटिका की अभिनव पहल को समाज और धर्म के प्रति अपनी जिम्मेदारी को गहरे समझने वाले प्रबुद्धजनों द्वारा व्यापक रूप से सराहा जा रहा है। वाटिका केवल श्रद्धालुओं को जल की व्यवस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण और प्लास्टिक के प्रतिस्थापन के प्रति भी समर्पित एक महत्वपूर्ण प्रयास है। अखंड भारत मिशन के संस्थापक और वाटिका के सह-संस्थापक अश्वनी शर्मा 18 जनवरी को पुनः प्रयागराज पहुंचे और प्रजापति ब्रह्मकुमारियों द्वारा आयोजित महाकुंभ शिविर में अपनी टीम के साथ वाटिका के कॉम्पोस्टेबल वाटर पाउच का निःशुल्क वितरण किया।
अश्वनी शर्मा ने इस अवसर पर विशेष रूप से शिविर में मुख्य अतिथि महामहीम राज्यपाल (असम) श्री लक्ष्मण प्रसाद आचार्य और दीदी मनोरमा जी (ब्रह्मकुमारियों) की उपस्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी उपस्थिति ने हमारे प्रयासों को और भी प्रोत्साहित किया और उन्हें एक नई ऊर्जा दी। राज्यपाल ने प्लास्टिक के प्रतिस्थापन और श्रद्धालुओं को स्वच्छ जल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के हमारे प्रयासों के लिए सराहना करते हुए मनोबल बढ़ाया, जो हमारे लिए अत्यधिक गर्व और प्रेरणा का विषय है।
अश्वनी शर्मा ने आगे कहा, “हमारे लिए यह अत्यंत सम्मान की बात है कि महामहीम राज्यपाल (असम) और दीदी मनोरमा जी ने हमारे प्रयासों की सराहना की, जो हमारे मिशन को और भी मजबूती से आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है।” उन्होंने यह भी कहा कि वाटिका योजना को महाकुंभ में जमीनी स्तर पर कुशलतापूर्वक क्रियान्वित करने में उदय गोयल और रोहित आर्य का अहम योगदान रहा है, जिसमें 1 करोड़ कॉम्पोस्टेबल वाटर पाउच महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं को वितरित किए जा रहे हैं। हमें पूरा विश्वास है कि हम इस पहल को वैश्विक स्तर पर फैलाने में सफल होंगे और यह पूरी दुनिया में एक बदलाव की शुरुआत बनेगा।

अश्वनी शर्मा ने वाटिका की समस्त टीम की ओर से सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान, प्रजापति ब्रह्मकुमारि, विद्या भारती, और विश्व हिंदू परिषद जैसे प्रतिष्ठित संगठन राष्ट्र और धर्म के प्रति अपनी गहरी निष्ठा और समर्पण दिखाते हैं। हमें इनसे प्रेरणा लेकर समाज और राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाना चाहिए और इसे एक मिशन के रूप में अपनाना चाहिए।”
यह भी ज्ञात हो कि अश्वनी शर्मा राष्ट्र और धर्म के प्रति समर्पित विभिन्न प्रेरक योजनाओं और धरातल पर कार्य के लिए प्रसिद्ध हैं। उनकी उर्जावान, रचनात्मक और निर्भीक व्यक्तित्व के कारण वे लाखों लोगों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन चुके हैं। उनका नेतृत्व और कार्य उन सभी के लिए मार्गदर्शक हैं, जो समाज और राष्ट्र की सेवा में वास्तव में अपने योगदान को बढ़ाने के इच्छुक हैं।