
नई दिल्ली। निहाल विहार में गांधी, शास्त्री जी जयंती पर एक विशाल सद्भावना सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम मानव स्थान सेवा समिति की निहाल विहार शाखा द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़े लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के आदर्शों का पालन करना और राम नाम के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना था।
श्री सतपाल महाराज जी की प्रेरणा से आयोजित इस सत्संग में महात्मा सत्यबोधानंद, महात्मा आत्मसंयुक्ता नंद और महात्मा हरिसेवकानंद जी जैसे प्रतिष्ठित संतों ने भाग लिया। उन्होंने राम नाम के जयकारों और भजनों के माध्यम से कार्यक्रम को उत्साहपूर्ण बनाया।भक्तों ने भक्ति-भाव से भरपूर भजन ‘हर कन्या एक सीता हो और हर बच्चा एक राम’ गाया, जिससे पूरे वातावरण में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ।

महात्मा जी ने अपने प्रवचनों में राम नाम और सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार की महत्ता पर जोर दिया और यह संदेश दिया कि भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए धर्म, भाईचारे और शांति का मार्ग अपनाना आवश्यक है। उन्होंने महात्मा गांधी के आदर्शों को भी याद करते हुए कहा कि हमें एक स्वच्छ, शांतिपूर्ण और धर्मपरायण समाज की स्थापना के लिए कार्य करना चाहिए।
इस आयोजन में स्थानीय निगम पार्षद ने भी शिरकत की और महात्मा जी का स्वागत करते हुए सत्संग से लाभ उठाया उन्होंने महात्मा गांधी के स्वच्छता और भाईचारे के संदेश को दोहराया और इसे समाज में लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

कार्यक्रम का आयोजन निहाल विहार शाखा प्रधान और पश्चिमी दिल्ली के समस्त भक्तों के सहयोग से किया गया। सत्संग के अंत में सभी भक्तों ने देश में शांति और भाईचारे की स्थापना के लिए संकल्प लिया, ताकि भारत जल्द ही विश्व गुरु बने।